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Sunday, December 20, 2015
Thursday, December 3, 2015
अखिल असम भोजपुरी परिषद
माटी के क़र्ज़ बा हम मर के भी चुकायेब
तोरा के माटी क देब चाहे हमही माटी हो जायेब
कहत बानी उ हम करके देखायेम
इहा हम खाली हाथ ना जायेम
रै कसके पकड़ ना त झाड़ देम, तोरा के तऽ हम उखाड़ देम
जाहा से आइल बाड़े ओहि जा फेर से गाड़ देम
तोरा के तोरे जमीन पर पछाड देम, झण्डा भोजपुरी बेटा गाड़ देम
कहत बानी तोरा मन से हम इऽ फुहारपन आ अश्लीलता निकाल देम
जीती चाहे हारी हमरा कौनो परवाह नइखे
सही बता दी हमरा कौनो परवाह नइखे
भोजपुरिये हमार रब हऽ, भोजपुरिये हमार पीर
माई के आलावा और कुछो दरकार नइखे
लिखेब लिखेब लिखे के जरूर बा, बोलेब बोलेब बोले के जरूर बा
अश्लीलता आ फुहारपन के भागवे के जरूर बा
का करी हमार दिल तs मज़बूर बा
आपन भोजपुरी के इ बेमारी से मुक्ती दिवावे के जरूर बा
जब ले रही हमरा में रही जान
मर के भी भोजपुरी माई हम चुकाई तहार इ एहसान
रंग तहरा जीत के, रंग तहरा प्रीत के
चारु ओर लहराओ हमार तऽ इहे बा अरमान
चन्दन कुमार सिंह से साभार